शासकीय स्कूल के कैंपस में प्राइवेट स्कूल संचालित करते हुए प्राइवेट स्कूल के संचालक द्वारा शासकीय स्कूल का तोड़ा गया अहाता।



सरपंच सहित शासकीय विद्यालय के संस्था प्रमुख ने की जिला शिक्षा अधिकारी एवं कुसमी थाना में प्राइवेट संचालक के ऊपर उचित कार्यवाही करने की मांग ।

राकेश भारती प्रधान संपादक CG आज की आवाज न्यूज कुसमी/बलरामपुर ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कसमार ग्राम पंचायत कृष्णनगर में पहले से शासकीय स्कूल शासन द्वारा संचालित है , मगर विगत 02 वर्ष पहले से प्राइवेट स्कूल के संचालक द्वारा शासकीय कैंपस में ही अपनी प्राइवेट स्कूल ब्लेसिंग मिशन प्राइवेट स्कूल संचालित करते हुए सभी नियमों को ताक पर रख कर प्राइवेट मिशन स्कूल का संचालन किया जा रहा है , साथ ही अपनी निजी लाभ के लिए शासन द्वारा बनाया गया अहाता को भी मनमानी ढंग से तोड़ दिया गया है , जिसकी शिकायत ग्राम पंचायत कृष्णानगर के सरपंच एवं शासकीय विद्यालय के संस्था प्रमुख द्वारा कुसमी थाना में लिखित रूप से इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी बलरामपुर को करते हुए शासकीय कैंपस में निजी प्राइवेट स्कूल संचालित करने पर संचालक के ऊपर उचित कार्यवाही करते हुए ब्लेसिंग मिशन स्कूल की मान्यता को निरस्त करने की मांग की है |

इधर शासकीय स्कूल का मनमानी ढंग से प्राइवेट स्कूल के संचालक द्वारा अहाता तोड़ने पर कसमार कृष्णानगर के विद्यालय के संस्था प्रमुख द्वारा लिखित रूप से कुसमी थाना में आवेदन देते हुए निजी स्कूल के संचालक के ऊपर उचित कार्यवाही करने की मांग का है ।

अब देखना यह है कि निजी मिशन स्कूल संचालित करने वाले संचालक के ऊपर शासन द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही करते हुए शासकीय स्कूल के कैंपस में संचालित प्राइवेट मिशन स्कूल को बंद कराने का आदेश देते हुए शासकीय अहाता तोड़ने वाले संचालक के ऊपर प्रशासन क्या कार्यवाही करती है ।

विकासखंड शिक्षा अधिकारी जय गोविंद तिवारी शंकरगढ़ ।

इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी शंकरगढ़ तिवारी द्वारा बताया गया कि इसकी शिकायत विद्यालय के संस्था प्रमुख द्वारा कुसमी थाने में लिखित रूप से कर दी गई है , मेरे पास भी इसकी शिकायत लिखित रूप में की गई है , जिसे प्रस्ताव बनाकर वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी के पास अग्रिम कार्यवाही हेतु भेजी जा रही है ।

इधर प्राइवेट स्कूल के संचालक द्वारा शासकीय अहाता तोड़ने के वजह से यहां के शासकीय स्कूल के संस्था प्रमुख एवं आस पास के ग्रामीण जनता द्वारा निजी प्राइवेट स्कूल संचालित करने वाले संचालक के ऊपर काफी नाराजगी देखने को मिल मिल रही , अब देखना यह है कि क्या शासकीय स्कूल के कैंपस में प्राइवेट स्कूल संचालित करने वाले संचालक के स्कूल की मान्यता निरस्त करते हुए किस प्रकार से मनमानी ढंग से शासकीय स्कूल का अहाता तोड़ने पर प्राइवेट स्कूल के संचालक के ऊपर शासन द्वारा कार्यवाही द्वारा की जा रही है ।साथ ही शिक्षा विभाग के ऊपर भी यह सवाल उठना जायज है कि किस नियम के तहत शासकीय स्कूल के प्रांगण में प्राइवेट विद्यालय को 02 वर्षों से संचालित कराया जा रहा था, इसकी भी जांच करते हुए दोषी अधिकारी के ऊपर उचित कार्यवाही होना जरूरी है , जिससे भविष्य में फिर दुबारा कभी शासकीय स्कूल के कैंपस में ब्लेसिंग मिशन प्राइवेट नाम जैसा स्कूल किसी व्यक्ति द्वारा संचालित न किया जा सके ।

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